परमहंस, आत्मज्ञानी
व भगवान श्रीकृष्ण के
अनन्य भक्त पूज्य गुरुदेव
श्री शुकदेव बाबा के श्री
चरणों में विराजमान
तत्त्वाभिलाषी महाराज
परीक्षित ने पूछा - भगवान्
! आपने राजा प्राचीन-बर्हि
के जिन पुत्रों का वर्णन
किया था, उन प्रचेताओं
ने रूद्र गीत के द्वारा श्री
हरि की आराधना करके
क्या सिद्धि प्राप्त की
और जगत् में क्या-क्या
कार्यों का संपादन किया
तथा किस प्रकार परमपद
का लाभ प्राप्त हुआ?
ब्रजकिशोर शर्मा ‘ब्रजवासी’ | 15-May-2015
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