वर्तमान में ज्यादातर मनुष्य रोजगार
से चिंतित रहते हैं। उच्च शिक्षा प्राप्त
करने पर भी कार्य नहीं मिल पाता।
क्या करें? क्या न करें? यही विचार
मस्तिष्क में चलता रहता है। लोग
व्यापार करते हैं, लाभ प्राप्त नहीं हो
पाता, होता भी है, तो नाम-मात्र का।
घर का खर्च कैसे चले? आवश्यकतायें
कैसे पूर्ण हों? इन्हीं तथ्यों को ध्यान
में रखकर शाबर मंत्र दिए जा रहे हैं,
लाभ प्राप्त करें। याद रखें-सभी मंत्रों
में पूर्व साधना पूर्ण करने का विधान
पूर्ववत ही है।
ब्रजकिशोर शर्मा ‘ब्रजवासी’ | 15-Oct-2014
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