
द्वादश भावों में राहु का फल
राहु आलस्य, अस्थिरता, स्थावर संपत्ति, योगाभ्यास, उदर रोग, वाहन, जन
नेता, विधान/लोक सभा पद, कूटनीति, राजदूत आदि का कारक है। 3,
6, 11 भावों में यह कारक ग्रह है। नवग्रहों में राहु एक छाया ग्रह है। राहु
से पितामह का विचार किया जाता है। प्रस्तुत है द्वादश भावों में
राहु की स्थिति का फल -
अमित कुमार राम | 01-Jan-2014
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