
वर्षा का पूर्वानुमान: ज्योतिषीय दृष्टि से
पूर्वानुमान के लिए मेदिनीय ज्योतिष में अनेक पद्धतियां हैं। इनमें निम्न विषयों का विश्लेषण
किया जाता है:
1.संवत्सर, 2.संवत्सर का राजा, 3.मेघेश, 4.सूर्य का आद्र्रा प्रवेश, 5.मेघ, 6.रोहिणी वास, 7.स्तंभ, 8.नाग, 9.त्रिनाड़ी चक्र, 10.सप्तनाड़ी चक्र, 11.कूर्म चक्र, 12.नक्षत्र सांख्य बोधक चक्र, 13.वर्षा बोधक चक्र और 14.ग्रह गोचर। इसके अतिरिक्त आकाशीय लक्षण एवं मेघों के गर्भ विचार के अनुसार भी वर्षा का अनुमान लगाए जाने की पद्धतियां हंै। जीव-जंतुओं, पशु-पक्षियों एवं कीड़े-मकोड़ों की गतिविधियों से भी वर्षा का पूर्वानुमान लगाया जाता है।
डॉ. अरुण बंसल | 01-Jan-2014
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