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आम आदमी पार्टी के लूप होल V/S कपिल मिश्रा के बड़े बोल

आम आदमी पार्टी की मुसीबत थमने का नाम नहीं ले रही है। अभी हाल में विधान सभा चुनावों में करारी हार के पश्चात एम. सी. डी. के चुनावों में भी भारी शिकस्त के बाद अरविंद केजरीवाल ने अपनी हार का ठीकरा जहां एक ओर म्टड के ऊपर फोड़ा वहीं दूसरी ओर अपनी दिल्ली सरकार के जल मंत्री कपिल मिश्रा को अकुशल बताते हुए नाकामयाबी का आईना दिखाकर उन्हें मंत्री पद से हटा दिया। लेकिन कपिल मिश्रा भी चुप नहीं बैठे और इन्होंने स्वयं को आम आदमी पार्टी से निलंबित करने का अलग ही कारण बताया।

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आयु एवं मारक स्थान

वैदिक दर्शन के अनुसार आत्मा अमर है। इसका कभी भी नाश नहीं होता। केवल कर्मों के अनादिप्रवाह के कारण आत्मा अनेकानेक योनियां बदलती रहती है। अनादिकालीन कर्मप्रवाह के कारण आत्मा का सूक्ष्मशरीर (लिंग शरीर), कार्मण शरीर एवं स्थूल (भौतिक) शरीर के साथ संबंध रहता है। जब एक समय में आत्मा भौतिक शरीर का त्याग करती है तब वह सूक्ष्म शरीर1 में रहती

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आयुनिर्णय की पृष्ठभूमि

आयु-निर्णय: भारतीय ज्योतिष में ‘आयुनिर्णय’ को आत्मतत्व एवं जीवन के घटनाचक्र के ज्ञान को शरीर माना गया है। जैसे आत्मा के बिना शरीर अनुपयोगी एवं व्यर्थ होता है - ठीक उसी प्रकार आयु के ज्ञान के बिना जीवन के घटनाचक्र का ज्ञान अनुपयोगी एवं व्यर्थ है। वस्तुतः जब तक आयु है,

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आयुर्वेद, ज्योतिष और निरोगी काया

आयुर्वेद के अनुसार स्वस्थ मानव शरीर में ‘वात’ (वायु), ‘पित्त’ (अग्नि) और ‘कफ’ (जल) तत्व समान अनुपात में विद्यमान रहते हैं। इनका संतुलन बिगड़ने से रोगों की उत्पत्ति होती है। सर्वप्रथम वायु तत्व का संतुलन बिगड़ता है और उसके बाद पित्त व कफ तत्व भी असंतुलित हो जाते हैं।

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आयुष्मान खुराना

अल्पकाल में ही फिल्माकाश पर छा जाने वाले युवा कलाकार आयुष्मान खुर्राना का जन्म चंडीगढ़ में 14 सितंबर, 1984 को प्रातः 7 बजकर 35 मिनट पर कन्या लग्न, मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र के तृतीय चरण में शुक्रवार को हुआ। अपनी पहली ही फिल्म ‘विक्की डोनर’ से रातोंरात चर्चित हुए और सदी के महानायक का विशेष आशीर्वाद पाने वाले इस कलाकार का भविष्य कितना उज्ज्वल होगा, यह इनकी सशक्त कुंडली दर्शाती है। प्रथमदृष्ट्या ही जन्मपत्रिका में आठ ग्रह या तो उच्च हैं या मूल त्रिकोण राशि में हैं। केवल लग्नस्थ शुक्र ही नीच राशि में है परंतु उसकी डिग्री मात्र 9ः53ः47 है और वह नवांश कुंडली में लग्न का स्वामी होकर चंद्र राशि में विद्यमान है। यदि देखा जाए तो यहां शुक्र स्वयंमेव अधिक बलिष्ठ हो गया है और लग्नस्थ होने से अपने पूर्णफल प्रतिपादित कर रहा है। लग्न का शुक्र अधिकतर, फिल्मी ग्लैमर, माॅडलिंग की दुनिया से जोड़ता है। यही कारण है कि जातक की कुंडली में नौ के नौ ग्रह बलशाली होने से उन्हें अप्रत्याशित सफलता बहुत कम समय में बहुत अधिक परिश्रम या संघर्ष के बिना ही प्राप्त हो गई।

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आरक्षण पर प्रभावी है शनि

आरक्षण का मामला इन दिनों अत्यधिक गर्म है। कोई इसका समर्थन कर रहा है तो कोई विरोध। ज्योतिष में इसका कारण बिल्कुल साफ है। यह बात ज्योतिष के सभी विद्यार्थी जानते हैं कि सूर्य राजशाही का प्रतीक है और शनि प्रजातंत्र तथा निचले तबके, अनुसूचित जातियों, जनजातियों का प्रतिनिधित्व करता है।

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आर्थिक उन्नति कारक दक्षिणावर्ती शंख

दक्षिणावर्ती शंख का अपने चमत्कारी गुणों क कारण अपना विशेष महत्व है. यह शंख विदेश दुर्लभ तथा सर्वाधिक मूल्यवान होता है. असली दक्षिणावर्ती शंख कों प्राण प्रतिष्ठित कर के उद्दोग – व्यवसाय स्थल, कार्यालय, दुकान अथवा घर में स्थापित कर उसकी पूजा करने से दुःख:- दारिद्रय से मुक्ति मिलती है...

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इच्छित संतान प्राप्ति के सुगम उपाय

यदि किसी दंपति की संतान संबंधी कोई समस्या है जैसे गर्भ न ठहरना, गर्भपात हो जाना, मृत बच्चे का जन्म होना, संतान का बीमार रहना, मंदबुद्धि बच्चे का जन्म आदि तो घरेलू उपाय कर स्वस्थ, बुद्धिमान तथा योग्य संतान प्राप्त कर सकते हैं। यहां प्रस्तुत हैं इन्हीं समस्याओं के निदान के अनेकानेक उपाय...