आंखें हृदय का प्रवेशद्वार हैं। हृदय के भाव आंखों के द्वारा जाने जा सकते हैं। इस प्रकार आंखों को हृदय
के भाव जानने वाला बैरोमीटर कह सकते हैं। आंखों से व्यक्ति की प्रेम भावना, जाति, चरित्र, कला कौशल,
मनोभाव, आंतरिक शक्ति, सुषुप्त शक्ति इत्यादि से संबंधित अच्छे बुरे पहलू जाने जा सकते हैं। चेहरा
एवं शरीर दोनों अच्छे हों, किंतु आंखें अच्छी न हों तो वे भी अच्छे नहीं लगते। अलग-अलग लोगों की
आंखों का आकार-प्रकार अलग-अलग होता है। यहां आंखों की विभिन्न स्थितियों का उल्लेख प्रस्तुत
है जिनसे लोगों के व्यक्तित्व की परख की जा सकती है।
चन्द्रकांत पाठक | 15-Apr-2016
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