For Any Query About Software
Call: +91-9773650380(Anil)

All Articles

Read Articles in English
futurepoint-articles

2016 में मौसम का हाल

01-01-2016 को 00-01-00 समय के अनुसार कन्या लग्न सिंह राशि 10 अंश 11 कला 4 विकला में उदय हुआ। लग्न में राहु, द्वितीय में मंगल, तृतीय में शुक्र, शनि की युति, चतुर्थ में सूर्य, पंचम में बुध, सप्तम में केतु, द्वादश में गुरु-चंद्रमा की युति है। कुंडली के अनुसार भारत में मौसम का प्रभाव इस प्रकार रहेगा।

futurepoint-articles

2017 नववर्ष मंगलकारी कैसे हो !

नये साल में ग्रहों व नक्षत्रों का प्रभाव हम पर किस प्रकार का होगा? हम क्या उपाय करें कि नववर्ष हमारे लिये मंगलकारी हो - यह उत्सुकता हम सभी में, नववर्ष आने से पहले ही जन्म ले लेती है। नये साल में हमें अनेक विपदाओं व अशुभताओं का भी सामना करना पड़ सकता है। ग्रह व नक्षत्र तो शुभ व अशुभ दोनांे प्रकार के फल देंगे परंतु अशुभता को हम अपने जीवन में कैसे स्थान दे सकते हैं। शुभता तो हम सभी को स्वीकार्य है जबकि अशुभता व परेशानियों से बचने की हम सभी कोशिश करते हैं। किसी को तो सफलता मिल जाती है परंतु अधिकांश उचित उपाय ढूंढ़ते ही रह जाते हैं। आईये हम जानते हैं कि नववर्ष 2017 में शुभता में वृद्धि व अशुभता का नाश किन उपायों से किया जा सकता है।

futurepoint-articles

2017 में भारत की राजनीति, अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार

किसी भी देश की अर्थव्यवस्था उसकी राजनैतिक स्थिरता पर निर्भर करती है, आज भारतवर्ष में पूर्ण बहुमत वाली, सशक्त नेतृत्व और अनुशासित राजनैतिक दल की सरकार है जिसके फलस्वरूप आज भारत वर्ष के लगभग विश्व के सभी देशांे के साथ मैत्रीपूर्ण रिश्ते हैं जिसका परिणाम है कि संपूर्ण विश्व के साथ हमारे व्यापारिक सम्बंधांे में भी तीव्र वृद्धि हुई है। सभी विकसित देश हमारे देश में निवेश करना चाहते हैं और सरकार भी उद्योगों की स्थापना को सरल बनाने के साथ लालफीताशाही से मुक्त सिंगल विंडो सेवा की ओर अग्रसर हो रही है।

futurepoint-articles

2017 में सूर्य व चंद्र ग्रहण

ब्रह्मांड में सभी ग्रह तथा पृथ्वी अपने निर्धारित पथ पर सूर्य की निरंतर परिक्रमा करते हैं। जब चंद्रमा गोचर करते हुए सूर्य और पृथ्वी के मध्य आकर अपनी छाया से सूर्य को ढंक लेता है तो सूर्य ग्रहण होता है और जब पृथ्वी चंद्र और सूर्य के मध्य आकर अपनी छाया से चंद्र को ढंकती है तो चंद्र ग्रहण होता है। सूर्य ग्रहण के पहले या बाद में चंद्र ग्रहण अवश्य होता है। जिन देशों में ग्रहण दिखाई देता है वहां प्राकृतिक आपदाएं आती हैं।

futurepoint-articles

42 वर्षों की मृत्यु शैय्या

आनंद फिल्म का एक बहुत ही संवेदनात्मक और भावनात्मक डायलाॅग है ‘‘जिंदगी और मौत ऊपर वाले के हाथ है जिसे न आप बदल सकते हैं न मैं। हम सब तो रंग-मंच की कठपुतलियां हैं जिसकी डोर ऊपर वाले के हाथ बंधी है। कब कौन कैसे उठेगा, ये कोई नहीं जानता।’’ और यह सच भी है। किसी की मौत क्षण भर में आ जाती है लेकिन अरूणा की मौत आई 42 वर्षों तक मृत्यु शैय्या पर बेहोश पड़ी रहने के बाद।

futurepoint-articles

BCCI के नए ठाकुर: अनुराग

महज 21 साल की उम्र में हिमाचल प्रदेश किक्रेट ऐसोसिएशन का अध्यक्ष बनना, साल 2011 में बी. सी. सी. आई का संयुक्त सचिव बनना, चार साल बाद 2015 में बोर्ड का सचिव पद और साल भर के भीतर ही बी. सी. सी. आई अध्यक्ष की गद्दी पर काबिज होना 16 सालों के भीतर क्रिकेट प्रशासन में इतनी उंचाइयां अनुराग ठाकुर के अलावा शायद ही किसी और को नसीब हुई हो।

futurepoint-articles

Whats App और ज्योतिष

ज्योतिष की चर्चा हेतु व्हाट्सऐप आकर्षक सूत्र बन गया है। इसके द्वारा प्राप्त जानकारियां बहुत ही महत्वपूर्ण होती हैं। उनको हम इस स्तंभ के माध्यम से आपतक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। यदि आप भी इसके सहभागी बनना चाहते हैं तो ग्रुप मैनेजर विनय गर्ग को 9810389429 पर अपने नाम व शहर के नाम के साथ अपनी संस्तुति वाहट्सऐप द्वारा भेजकर ‘‘फ्यूचर समाचार’’ ग्रुप में सम्मिलित हो सकते हैं। चुनिंदा संदेशों को नाम व फोन नंबर के साथ प्रकाशित किया जायेगा। नोट: कृपया व्हाट्सऐप ही करें SMS या फोन न करें।

futurepoint-articles

WhatsApp और ज्योतिष

ज्योतिष की चर्चा हेतु व्हाट्सऐप आकर्षक सूत्र बन गया है। इसके द्वारा प्राप्त जानकारियां बहुत ही महत्वपूर्ण होती हैं। उनको हम इस स्तंभ के माध्यम से आपतक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। यदि आप भी इसके सहभागी बनना चाहते हैं तो ग्रुप एडमिनिस्ट्रेटर विनय गर्ग को 9810389429 पर अपने नाम व शहर के नाम के साथ अपनी संस्तुति वाहट्सऐप द्वारा भेजकर ‘‘फ्यूचर समाचार’’ ग्रुप में सम्मिलित हो सकते हैं। चुनिंदा संदेशों को नाम व फोन नंबर के साथ प्रकाशित किया जायेगा। नोट: कृपया व्हाट्सऐप ही करें SMS या फोन न करें।

futurepoint-articles

WhatsApp और ज्योतिष

ज्योतिष की चर्चा हेतु व्हाट्सऐप आकर्षक सूत्र बन गया है। इसके द्वारा प्राप्त जानकारियां बहुत ही महत्वपूर्ण होती हैं। उनको हम इस स्तंभ के माध्यम से आपतक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। यदि आप भी इसके सहभागी बनना चाहते हैं तो ग्रुप एडमिनिस्ट्रेटर विनय गर्ग को 9810389429 पर अपने नाम व शहर के नाम के साथ अपनी संस्तुति वाहट्सऐप द्वारा भेजकर ‘‘फ्यूचर समाचार’’ ग्रुप में सम्मिलित हो सकते हैं। चुनिंदा संदेशों को नाम व फोन नंबर के साथ प्रकाशित किया जायेगा। नोट: कृपया व्हाट्सऐप ही करें SMS या फोन न करें।

futurepoint-articles

WhatsApp और ज्योतिष

सली प्राचीन सिद्ध शाबर विद्या की शक्तियां। इनकी सहायता से आप क्या-क्या कर सकते हैं ? 1. इन मंत्रों की सबसे मुख्य विशेषता यह है कि ये मंत्र खुद सिद्ध होते हैं। इनके लिये साधक को कठिन अनुष्ठान करने की आवश्यकता नहीं होती है। बस जो आसान सी विधियां दी गयी हैं वो करें और मंत्रों के प्रभाव का खुद साक्षात्कार करें। 2. सिद्धि कर्म (देवता, पीर पैगम्बर, वीर, जिन्न आदि प्रकट करना) - अगर आप अत्यधिक जिज्ञासु साधक हंै और अपने देवी देवता, पीर पैगंबर, वीर, जिन्न, भूत, परी आदि से साक्षात् होना चाहते हैं या उनसे अपना काम करवाना चाहते हैं तो इन शाबर मन्त्रों से बढ़कर कोई दूसरा सहायक नहीं हो सकता।

futurepoint-articles

WhatsApp और ज्योतिष

फंसा हुआ धन वापिस लेने के लिए - यदि आपकी रकम कहीं फंस गई है और पैसे वापस नहीं मिल रहे हैं तो आप रोज सुबह नहाने के पश्चात सूरज को जल अर्पण करें। उस जल में 11 बीज लाल मिर्च के डाल दें तथा सूर्य भगवान से पैसे वापसी की प्रार्थना करें। इसके साथ ही “¬ आदित्याय नमः“ का जाप करें ! -शुक्ल पक्ष के गुरुवार से अपने माथे पर केसर एवं चंदन का तिलक लगाना आरंभ कर दें। प्रत्येक गुरुवार को रामदरबार के सामने दंडवत प्रणाम कर मनोकामना करें, कार्य सफल हो जाएगा।

futurepoint-articles

WhatsApp और ज्योतिष

श्राद्ध-तर्पण विषयक शंका-समाधान प्रश्न - मेरे मन में सदा ये संशय रहता है कि मनुष्यों द्वारा पितरों का जो तर्पण किया जाता है, उसमें जल तो जल में ही चला जाता है, फिर हमारे पूर्वज उससे तृप्त कैसे होते हैं? इसी प्रकार पिंड आदि का सब दान भी यहीं रह जाता है। अतः हम यह कैसे कह सकते हैं कि यह पितर आदि के उपभोग में आता है ? उत्तर- पितरों और देवताओं की योनि ही ऐसी होती है कि वे दूर की कही हुई बातें सुन लेते हैं, दूर की पूजा भी ग्रहण कर लेते हैं और दूर की स्तुति से भी संतुष्ट होते हैं।